Facts About Shiv chaisa Revealed
Facts About Shiv chaisa Revealed
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देवन जबहीं जाय पुकारा। तब ही दुख प्रभु आप निवारा॥
Victory towards the husband of Girija, the compassionate Lord. He constantly shields and nurtures his devotees and children. That has a crescent moon adorning his forehead, And earrings fabricated from snakes’ hoods.
तुरत षडानन आप पठायउ। लवनिमेष महँ मारि गिरायउ॥
महाभारत काल से दिल्ली के प्रसिद्ध मंदिर
आप जलंधर असुर संहारा। सुयश तुम्हार विदित संसारा॥
पण्डित त्रयोदशी को लावे। ध्यान पूर्वक होम करावे॥
अंग गौर शिर गंग बहाये। मुण्डमाल तन छार लगाये॥
स्वामी एक है आस तुम्हारी। आय हरहु अब संकट भारी॥
महाभारत काल से दिल्ली के प्रसिद्ध मंदिर
मातु पिता भ्राता सब कोई। संकट में पूछत नहिं कोई॥
नन्दि गणेश सोहै shiv chalisa lyricsl तहँ कैसे। सागर मध्य कमल हैं जैसे॥
The acquired ones notice the Trayodashi Shiv chaisa (thirteenth lunar day) quickly, They meditate and perform the sacred hearth ceremony. They notice the more info Trayodashi quickly frequently, So that their bodies stay no cost from afflictions.
संकट में पूछत नहिं कोई ॥ स्वामी एक है आस तुम्हारी ।
तुरत षडानन आप पठायउ। लवनिमेष महँ मारि गिरायउ॥